बसंत पंचमी के अचूक उपाय – बच्चों को बनाएं बुद्धिमान और पढ़ने में लगेगा मन।

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बसंत पंचमी को ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है की माँ सरस्वती आज ही के दिन अवतरित हुई थी इसलिए इसको सरस्वती पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। मां सरस्वती विद्या, बुद्धि और वाणी का आशीर्वाद देती है।

बसंत पंचमी हर साल माघ मास की शुकल पक्ष की पंचमी (यानि पांचवे दिन) मनाई जाती है।  इस साल बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जाएगी। बसंत पंचमी के दिन किए जाने वाले सबसे प्रसिद्ध संस्कारों में से अक्षर अभ्यासम, विद्या आरंभ, यात्रा हसन अर्थात बच्चों की शिक्षा से संबंधित इन कार्यों को माना गया है। 

बसंत पचंमी पूजा कैसे करे ?

माँ सरस्वती के पूजन में हल्दी, केसर, अक्षत, रोली, पीला चन्दन, गुलाल, एवं पीले फूलो और पीली मिठाई का विशेष महत्त्व है।  बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतू का आगमन माना जाता है , इसलिए गुलाब के फूल का महत्व और बढ़ जाता है।  इस दिन बच्चो को पूजा कप विशेषकर पीले कपडे पहना कर पूजा में बैठाए । पूजा के बाद गुलाल से एक दूसरे को टिका लगाना भी शुभ माना जाता है। 

माँ सरस्वती को हरे रंग के फल चढ़ाने एवं सरस्वती यन्त्र की स्थापना कर उसकी पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। 

बसंत पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त

इस साल बसंत पंचमी 25 जनवरी को दोपहर में 12 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर २8 रहेगी. उदयातिथि के अनुसार, बसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. 26 जनवरी को बसंत पंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 07 मिनट से लेकर दिन में 12 बजकर 35 तक रहेगा।

वसंत पंचमी केदिन सरस्वती पूजन के साथ-साथ निम्न उपाय करने से विद्या, बुद्धि और जीवन केसंकटों के नाश होता है।

अगर बच्चों का पढ़ाई में नहीं लगता मन

अगर बच्चो का ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता, या फिर पढ़ाई से भागते है तो बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को हरे रंग के फल अर्पण करे इससे लाभ होगा | बच्चो के स्टडी टेबल या स्टडी रूम में सरस्वती यन्त्र लगाए और माँ सरस्वती की फोटो भी चिपका दे। पड़े शुरू करने से पहले माँ सरस्वती को याद एवं नमस्कार करने के लिए कहे। मां सरस्वती की पूजा के बाद बच्चे की जीभ पर शहद से ॐ बनाएं. ऐसा करने से बच्चा ज्ञानवान बनता है.

दूर होगा वाणी दोष

कुछ मान्यताओं के अनुसार बच्चे की जीभ पे चांदी की सलाई (स्टिक) से केसर द्वारा तिलक या ‘ऐं’ लिखने से बच्चे का वाणी दोष दूर होता है एवं उसकी जुबान स्पष्ट होती है।  इसके साथ उसकी बात करने की कला में निपुणता आती है। 

कुछ सरल उपाय जिनसे होगा चौमुखी विकास

  • इस दिन गरीब बच्चो में पाठय सामग्री जैसे कॉपी, किताब, पेन, बैग आदि बाटने से आपके बच्चे का बौद्धिक विकास तेजी से होग। 
  • मोर पंख घर में लाए और स्टडी रूम में रखने से सरस्वती का वास होगा। 
  • इस दिन बच्चों के हाथ से मां सरस्वती को हरे रंग के फल भेंट करवाएं।
  • मां सरस्वती की पूजा के बाद बच्चे की जीभ पर शहद से ॐ बनाएं. ऐसा करने से बच्चा ज्ञानवान बनता है |
  • बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा से बौद्धिक विकास होता है। इस दिन नवजात बच्चे जिनकी यह पहली बसंत पंचमी हो उनकी जीभ पर चांदी की सलाई से शहद से ऊं ऐं मंत्र लिखें। इससे बच्चे की वाणी में शुद्धता आती है। बौद्धिक विकास होता है और उसको शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होती है।